जीतने रिश्तों से भरा उतना ही सँवरता है बचपन लाड़, दुलार, आशीर्वाद, स्नेह और प्यार ह जीतने रिश्तों से भरा उतना ही सँवरता है बचपन लाड़, दुलार, आशीर्वाद, स्नेह...
गर लड़खड़ा जाए पैर अगर थाम लेना ये हाथ तुम। गर लड़खड़ा जाए पैर अगर थाम लेना ये हाथ तुम।
यहाँ कहने से पहले हज़ार बार सोचना पड़ता है। यहाँ कहने से पहले हज़ार बार सोचना पड़ता है।
जहाँ पेड़ों को भी अपना माना जाता है जहाँ नहीं विचलित होता मुसीबत आने पर कभी मन जहाँ पेड़ों को भी अपना माना जाता है जहाँ नहीं विचलित होता मुसीबत आने पर ...
अब तो इश्क के लिफ़ाफ़े में कैद है नींद और चैन. अब तो इश्क के लिफ़ाफ़े में कैद है नींद और चैन.
आजकल सभी अपनी मातृभाषा का महत्व खोते जा रहे हैं इसलिए यहाँ कुछ ख्याल प्रस्तुत कर रही हूँ आजकल सभी अपनी मातृभाषा का महत्व खोते जा रहे हैं इसलिए यहाँ कुछ ख्याल प्रस्तुत कर...